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Amarnath Land Deal
#41
<span style='color:red'>कोई नहीं टिक पाया श्रद्धालुओं की श्रद्धा व आस्था के आगे</span>
जम्मू, सतनाम सिंह

श्री अमरनाथ यात्रा में विघ्न डालने के कट्टरवादियों के प्रयास को श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था और श्रद्धा से कामयाब नहीं होने दिया। यात्रा के शुरुआत में भूमि विवाद को लेकर कश्मीर में हिंसा और अलगाववादियों के भारत विरोधी रवैये से माहौल भले ही बिगड़ा, लेकिन श्रद्धालुओं के हौसले और बुलंद होते गए। इसके पुख्ता प्रमाण रिकार्ड तोड़ श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए आने से सामने आए हैं। इस बार छह लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन करने से पुराने सारे रिकार्ड टूट गए। मात्र एक महीने में ही पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

Despite the disturbance, determined devotees visit Amarnath in record numbers. Over 6 Lakh in this season - a record for the shrine.
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#42
<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080803/10/jmu02jkcd15-c-4-1_1217738651_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

People gathered in a local temple, which police had blocked. Temples have become the gathering point for protesters.
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#43
Several Congress leaders from Jammu have quit the party and joined the protesters too.

<span style='color:red'>कांग्रेसी भी बोले बम-बम भोले</span>
कठुआ : श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की जमीन के लिए जारी आंदोलन के चलते जम्मू संभाग की जनता ने कांग्रेस को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। इस इल्जाम से बचने के लिए कांगे्रस नेता भी अब आंदोलन में कूदने की तैयारी कर चुके हैं। इसकी जानकारी कांगे्रस के कठुआ के नगर परिषद के पूर्व प्रधान नरेश शर्मा ने दी है। उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू में एक माह से जारी आंदोलन को समाप्त करने के लिए कदम उठाये अन्यथा वह भी जनता द्वारा छेड़े गए आंदोलन में अपने अन्य साथियों सहित कूद जाएंगे। इस बीच घगवाल स्थित कांगे्रस के युवा नेता विजय टगोत्रा भी पार्टी छोड़ कर आंदोलन में कूद गए हैं। शनिवार को उनके नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने नौनाथ स्थित नेशनल हाईवे पर कश्मीर की सप्लाई रोकने के लिए महिलाओं के साथ बैठकर सत्संग किया।
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#44
<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080803/10/jmu02jaa202-c-2-1_1217738683_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080803/10/jmu2jaa-1-c-3-1_1217738662_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

At small village Tinde Kalan too, people burnt th eeffigies of seculars. Protests are cutting across the villages and towns of Jammu region.
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#45
मशाल जलूस निकाल किया प्रदर्शन

विजयपुर, संवाद सूत्र : श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को जमीन वापस दिलाने की मांग को लेकर गुड़ा सलाथिया के लोगों ने रात को मशाल जलूस निकाला और राज्यपाल से श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को जमीन शीघ्र वापस करने को कहा। गांव के युवाओं के नेतृत्व में निकाले गए मशाल जलूस में महिलाओं,बच्चों व वृद्धों व अन्य लोगों ने भाग लिया व पीडीपी, नेकां, कांग्रेस, मुस्लिम अलगाववादी संगठनों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। मशाल रैली वीरभूमि गुड़ा सलाथिया की विभिन्न मंडियों से होकर निकली। रैली में प्रदर्शनकारियों ने उमर, फारूक, मुफ्ती, महबूबा व वोहरा हाय-हाय के नारे लगाए। वहीं बम-बम भोले, भारत माता की जय के जयघोषों से रात को सारा क्षेत्र गूंज उठा। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि राज्य प्रशासन को रास्ता दिखाने के लिए मशाल जलूस का आयोजन किया गया है। बल प्रयोग व गोली लाठी से जनआंदोलन को कुचला नहीं जा सकता।
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#46
Despite the death of two protesters yesterday in police firing, curfew has no effect on the Hindu youth.

<span style='color:red'>कफ्र्यू को धता बता सड़कों पर उतरे युवक</span>
विजयपुर, संवाद सहयोगी

सांबा में कफ्र्यू का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में शहीद हुए दो आंदोलनकारियों की शहादत के बाद शनिवार को कफ्र्यू के बावजूद कस्बा विजयपुर व आसपास के क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी रहा। कफ्र्यू की परवाह किए बिना हिन्दू संगठनों के युवक व बच्चे सड़कों पर उतर आए और कई जगहों पर टायर व पुतले जलाकर रोष प्रदर्शन किया। सांबा में आंदोलनकारियों के शहीद होने के बाद तनाव के बावजूद विजयपुर क्षेत्र में स्थिति नियंत्रण में है। कस्बे में सेना तैनात कर दी गई है व आसपास के क्षेत्रों व नेशनल हाइवे पर भी सेना ने मोर्चा संभाल लिया है व स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उधर, अमरनाथ श्राइन बोर्ड की भूमि छिनने का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने कश्मीर केंद्रित दलों, डीएसपी कैथ व वोहरा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इसके साथ ही बम-बम भोले व भारत माता की जय के जयघोषों से दिनभर कस्बा गूंजता रहा। हालांकि सेना ने कफ्र्यू के दौरान लोगों को रोकने के लिए कस्बे के मेन बाजार से सीमावर्ती रामगढ़ क्षेत्र को जाने वाली सड़क पर कंटीली तार लगाकर अस्थायी तौर पर तीन-चार जगहों पर अवरुद्ध खड़ा किया लेकिन इसके बावजूद कस्बे के युवक बाजार में एकत्रित होकर नारेबाजी व रोष प्रदर्शन करते देखे गए।

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#47
<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu01jkcd34-c-3-1_1217650988_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

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<span style='color:red'>जमीन की जंग में दो और कुर्बान</span>
सांबा, संवाद सहयोगी :

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की जमीन के लिए जारी जंग ने दो और लोगों की कुर्बानी ले ली है। शुक्रवार को आंदोलनकारियों पर हुई पुलिस फायरिंग में जिले के दो लोगों की मौत हो गई। इससे जमीन के लिए शहादत देने वालों की संख्या अब पांच हो गई है। शुक्रवार को बोर्ड की भूमि छीनने के खिलाफ जारी प्रदर्शन उग्र हो जाने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए सांबा जिला अस्पताल ले जाया गया जहां गंभीर रूप से घायल छह लोगों को जीएमसी जम्मू रेफर कर दिया गया। वहीं जीएमसी में लाए गए दो आंदोलनकारियों को मृत घोषित कर दिया गया। चार लोग इस अस्पताल में उपचाराधीन हंै। गोलीबारी में मारे गए लोगों की पहचान जुगल किशोर पुत्र हरबंस संब्याल और सुनील सिंह पुत्र भारत सिंह (दोनों निवासी सांबा) के रूप में हुई है जबकि जीएमसी लाए गए घायलों में पवन पुत्र सतपाल, जतिंद्र सिंह पुत्र जयपाल, संदीप सिंह पुत्र पराग सिंह और मोहन सिंह पुत्र नानक सिंह (सभी निवासी सांबा) शामिल हैं। सांबा में प्रदर्शनकारियों पर हुई फायरिंग से भड़ककर लोगों ने तहसील मुख्यालय को जला दिया।

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#48
<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu01jkcd23-c-3-1_1217650987_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu01jkcd07-c-3-1_1217650987_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu01cnt33-c-3-1_1217650986_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

After the martyrdom of two protesters, angry Hindu youth attacked and seriousely damaged the concerned police station. They did not even spare the Army cantt of Jammu. People later also burnt vehicles and barricades at Tehsil office.
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#49
<span style='color:red'>Kashmiri Pandit leaders who are members of anti-national parties demanded to quit such parties.</span>

<span style='color:red'>राष्ट्रविरोधी पार्टियों से नाता तोड़ें पंडित नेता</span>
जम्मू, जागरण संवाददाता :

जम्मू संभाग में श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड भूमि वापस लेने की मांग को लेकर चल रहे जनआंदोलन को मिले आमजन और विशेषकर कश्मीरी पंडित समुदाय के समर्थन का पनुन कश्मीर संगठन ने स्वागत किया है। निहित स्वार्थो की राजनीति करने वाले कश्मीरी पंडित नेताओं को चेतावनी देते हुए पनुन कश्मीर के कन्वीनर डा. अग्निशेखर ने कहा कि वह जनआंदोलन के विरोध में अपनाए गए अपने रवैये को दूर रखें। उन्होंने उन कश्मीरी पंडित नेताओं को भी राष्ट्र हित व हिंदु समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए उन हिंदु विरोधी राजनीतिक पार्टियों से नाता तोड़ने का आह्वान किया है जिन्होंने अमरनाथ भूमि विवाद को भड़काने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी जैसी पार्टियों का विशेष रूप से जिक्र किया। उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस में शामिल कश्मीरी पंडित नेता विजय बकाया को अमरनाथ भूमि को लेकर उमर अब्दुल्ला द्वारा संसद में दिए गए ब्यान के विरोध में पार्टी छोड़ने की सलाह दी। उन्होंने उन कश्मीरी पंडित नेताओं को भी आगाह किया है जो मात्र चंद सिक्कों की खातिर अलगाववादियों या फिर कट्टरपंथियों के हाथों का खिलौना बने हुए हैं। खासकर जेकेएलएफ और हुर्रियत जैसे संगठनों से जुड़े कश्मीरी पंडित नेताओं को भी इन संगठनों से नाता तोड़ने को कहा है।

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#50
<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu01jkcd26-c-3-1_1217651094_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu01jkcs35-c-3-1_1217651092_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />
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#51
<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu1jaa-5-c-3-1_1217651110_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />
<span style='color:red'>Widow of Martyr Kuldeep Varma</span> and other ladies of the family take out a peaceful protest march

शहीद कुलदीप वर्मा के दसवें पर श्रद्धांजलि समारोह के समाप्ति के बाद शांति रैली निकालती शहीद की पत्नी व अन्य महिलाएं।

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu01jkcd20-c-3-1_1217651107_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

but youth are restless:

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu01cnt32-c-3-1_1217651107_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />
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#52
<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080802/09/jmu1jaa-4-c-3-1_1217651109_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />
People gathered to pay tributes to Martyr Kuldeep Varma.
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#53
All banks and ATMs are closed down for over two weeks now, so people have no cash left in pockets. Protests however continue.
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#54
<span style='color:red'>Can a Cyber Yoddha volunteer to convert the images into a multi-media presentation with captions and upload on You Tube?</span>

(prompt: pandyan, husky, others...)
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#55
<b>Amarnath stir: 3 die, 60 hurt in Jammu, Srinagar violence
</b>
Jammu-Srinagar (PTI): Two youths were killed and at least 29 others injured on Monday in police firing in Jammu region which continued to simmer over the Amarnath land transfer row while one life was lost in fresh violence in Srinagar.

Two persons were killed and 29 injured, 20 of them security force personnel, in Samba town of Jammu region as demonstrators demanding restoration of land to the Amarnath shrine board came out on the streets defying curfew.

Police resorted to baton-charge and teargassing and when these proved ineffective, they opened fire in which Sanjeev Kumar (24) and Sunny Padha (30) were killed and one suffered injuries. Twenty security force personnel and eight civilians were injured in the pitched battles with the protesters.

In Srinagar, Asif Mehraj was hit in the chest by a teargas shell fired by police during clashes with stone-pelting protesters in Maisuma locality, officials said.

Asif collapsed and was shifted to a hospital where doctors declared him brought dead. As soon as news of Asif's death spread, hundreds of men, women and children poured on to the streets and started pelting stones at the police who fired over 25 rounds of teargas shells to disperse the protesters.

Another youth, Abid, was injured when the service rifle of a jawan went off accidentally as the funeral prayers of Mehraj were going on. Abid's condition was said to be stable. At least 30 people, including 11 policemen and three CRPF personnel, were also injured in clashes in Srinagar that went through late in the evening.

Meanwhile, the Amarnath Sangrash Samiti, an amalgam of 35 political, religious and social outfits, extended the shutdown in Jammu city by another five days.

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#56
<!--QuoteBegin-Bodhi+Aug 4 2008, 07:15 AM-->QUOTE(Bodhi @ Aug 4 2008, 07:15 AM)<!--QuoteEBegin--><span style='color:red'>Can a Cyber Yoddha volunteer to convert the images into a multi-media presentation with captions and upload on You Tube?</span>

(prompt: pandyan, husky, others...)
[right][snapback]85753[/snapback][/right]
<!--QuoteEnd--><!--QuoteEEnd-->

I can. However, I need to reformat my computer, so it might be 2-3 days before I'm fully ready. Installing all the applications themselves requires hella long. I hate windows for that exact reason.
--Dara Singh
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#57
<b> Jammu stands up to Kashmir</b>


Jammu continues to burn as Hindu nationalists struggle alone but undaunted against sabre-toothed partisans of Allah who seek to efface all vestiges of civilisational heritage from the land of Rishi Kashyap. Backed by a de-nationalised media and a shameless political dispensation at the Centre, the events in Jammu & Kashmir must be seen in the context of a perverse drama enacted in Parliament on 21-22 July 2008, when the UPA won a tainted trust vote to pursue a subordinate alliance with Washington.

We shall never know if the Islamic political theatre witnessed in Parliament was scripted or pure ad-libbing; certainly it was impressive. The backdrop was the warning by the Left and Bahujan Samaj Party that Indian Muslims were opposed to the nuclear deal with the United States. This gave the erroneous impression that Hindus favoured surrendering national sovereignty to the US, a falsehood abetted by an effete BJP leadership that coyly endorsed the substance of the deal and strategic alliance, while siding with the Opposition in the matter of the trust vote. This absurd stand left the party with egg on its face; the un-exposed sting operation on cash-for-abstention increased its discomfort; and the 'dominant faction' had to take full responsibility for the fiasco.

The brouhaha over the Muslim vote, however, pushed the ruling coalition to prove that Muslims in Parliament were on its side. Mr Salahuddin Owaisi of the Majlis-e-Ittehadul Muslimeen shrewdly defended his decision to side with the Government by enumerating the enormous financial outlays made exclusively for Muslims. This set the tone for the unwholesome projection that the Muslim community alone could legitimately endorse or oppose Government policy. Ms Mehbooba Mufti's shrill ranting about the Babri Masjid and Gujarat riots, and demand that Jammu & Kashmir be treated with extra sensitivity, augmented the view that the UPA needed to pamper Muslim leaders alone.

But it was Mr Omar Abdullah -- much celebrated since by the anti-Hindu media as the 'star' of the trust vote -- who took the cake, raging against the aggrieved Amarnath pilgrims and claiming to speak as a "Muslim and an Indian". Now, the first thing a bona fide Indian would know is that Hindustan has a hoary Hindu ancestry, and that it is impossible to be truly Indian without having some kind of 'Hindu face'. Interestingly, Mr Farooq Abdullah takes care to make nominal obeisance to Bharat Mata, Sri Ram, and often visits Tirupati Balaji.

Mr Omar Abdullah, however, pretending shock at the allegation that Kashmiri Muslims want to stop the Amarnath Yatra, raged against himself for staying put in the NDA Government during the Gujarat riots -- a pure drama scripted for a communal constituency in the coming State Assembly election. This pandering to a communal vote-bank was completed with the astonishing question: "Why does the land need to be transferred (for Amarnath pilgrim facilities)?"

One good reason is that Kashmir was an ancient Hindu kingdom with a living Hindu civilisation, until centuries of religious persecution and systematic ethnic cleansing reduced it to a cultural wasteland where politicians can shamelessly ask why Hindus should be given a toehold in land so carefully purged of their presence. It is irrelevant that ordinary Muslims en route serve the pilgrims and make a living out of this service. What is relevant is the political ethos of a State that declares Hindu pilgrims to be 'guests', not citizens equally at home in another part of the same country!

Far from being ashamed of his intransigence, the MP went on to defend persons born of foreign parents, an allusion to his British, and Christian, mother. He spoke vaguely to the media about "the passport that I carry", and it is unclear if he meant that he avails of 'dual citizenship' laws in other countries. What we do know however, is that Mr Omar Abdullah married a Hindu girl who naturally had to convert to Islam, and that, unable to resist pressure from more fundamental political rivals in his State, he has joined the bandwagon of competing for communal votes at a very base level. This is what propels him to talk of strengthening Article 370, when everyone knows it is in the interests of even Kashmiri Muslims to throw it into the dustbin.

Jammu has understandably been in flames since the so-called impassioned speech. The very next day, a young man, Kuldeep Kumar, who was participating in a chain hungerstrike against revocation of the land transfer to Sri Amarnath Shrine Board, died after consuming poison. Several persons were injured in the protests that followed; curfew had to be imposed in Kathua, Samba and Udhampur towns.

The situation took a turn for the worse when thousands of protesters assembled at Bishnah town, Samba district, and seized Kumar's body from the police who were trying to cremate it with old tyres and kerosene oil. Armed with swords, sticks and rods, the protesters injured half-a-dozen policemen and marched towards a police station, pelting stones. The Prime Minister and Home Minister have remained mute spectators; and nothing should be expected from the supine Governor. Since then, a collaborationist media has not even reported that angry Hindus have been blockading the Kashmir national highway! Renewed clashes between protesters and the police have now let the cat out of the bag.

One does not have to subscribe to the foolish view that the serial bomb blasts that took many lives in Bangalore and Ahmedabad, with Surat narrowly averting a similar tragedy, were the handiwork of the Centre to avert attention from the cash-for-votes scam. What cannot, however, be avoided is the perception that the blasts were intended to inform a Hindu audience (hence BJP-ruled States) that others will decide the moments of peace and the hours of anguish.

E-mails to news channels revealed it was jihad -- being waged to fragment the ancient unity wrought by the tapas of 12 Vedic seers from whom all Hindus claim descent. Media has noticed the targetting of centres of traditional and emerging economy (diamonds, IT), but the aim is to frighten Hindu business and professional middle classes; to convince them of jihad's awesome power; and persuade them to fall in line behind the pusillanimous political class. Developments in Jammu should convince Islamists that Hindus can think on their feet.


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#58
<span style='color:red'>Protesters Continue to Brave Bullets, 2 More Hindu Youth Martyred on Aug 4, One More Young Widow</span>

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080805/09/jmu4jkcd12-1_1217908507_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080805/09/jmu4jkcd11-1_1217908506_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080805/09/jmu4jkcd15-c-2-1_1217908507_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

<span style='color:red'>YOUTH SHOT IN THE HEAD INTENTIONALLY, TO FRIGHTEN THE PROTESTERS!!!!</span>

<span style='color:red'>Jalianwala Bag Repeated in Samba.

Police Opens Indiscriminate Fire Over Patriots Waving Tricolour Shouting 'Bharat Mata Ki Jay'

सांबा में दोहराया जलियांवाला कांड</span>
सांबा, संवाद सहयोगी :

सांबा में सोमवार को हुई पुलिस कार्रवाई ने एक बार फिर जलियांवाला बाग कांड की याद ताजा कर दी है। सोमवार को राष्ट्रीय तिरंगा लेकर मेन चौक की ओर बढ़ रहे देशभक्त आंदोलनकारियों पर पुलिस ने पहले लाठियां बरसाई, फिर आंसू गैस के गोले छोडे़ और इसके बाद उनपर गोलियों की अंधाधुंध बरसात कर दी। इस गोलीबारी में दो देशभक्त शहीद हो गए और दर्जनों अन्य घायल हुए। इस <b>घटना के नायक एसएसपी प्रभात सिंह थे। उन्होंने ही जनरल डायर की भूमिका निभाई। </b>

सांबा के चौहाटा चौक व सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग सोमवार दोपहर करीब एक बजे जब तिरंगा लेकर मेन चौक की ओर आ रहे थे तो इसी दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस के इस बल प्रयोग के बाद प्रदर्शनकारियों ने भी पथराव करना शुरू कर दिया। दोनों ओर से काफी देर तक पथराव होता रहा। हालात काबू से बाहर होते देख पुलिस ने बिना किसी चेतावनी के फायरिंग शुरू कर दी। इसमें दो युवक शहीद हो गए और करीब दर्जन अन्य प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। तिरंगा झंडा लेकर मेन चौक की ओर बढ़ रहे आंदोलनकारियों पर एसएसपी प्रभात सिंह ने अन्य अधिकारियों व कर्मियों की मदद से लाठीचार्ज कराया। एक बार फिर अपना बदसूरत चेहरा दिखाते हुए पुलिसकर्मियों ने बर्बरता की सभी सीमाएं पार कीं। कई प्रदर्शनकारियों को जमीन पर लिटा कर बुरी तरह पीटा गया। कई वाहनों को तोड़ा और उनमें बैठे लोगों से मारपीट भी की गई। पुलिस कर्मियों ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा। उन पर भी अंधाधुंध लाठियां बरसाई गई। एसएसपी प्रभात सिंह खुद देशभक्तों पर लाठियां बरसा रहे थे। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने कई राउंडफायरिंग की जिसमें दर्जन भर लोग घायल हो गए। प्रदर्शन में शामिल लोगों का आरोप है कि पुलिस ने घुटने से नीचे गोली न चलाकर युवाओं को जानबूझ कर निशाना बनाकर अपनी भड़ास निकाली है। घायलों को पहले जिला अस्पताल सांबा पहुंचाया गया, लेकिन तीन युवकों के सिर में गोलियां लगने के कारण उन्हें जीएमसी रेफर कर दिया गया। वहां पहुंचते ही दो युवकों ने दम तोड़ दिया जबकि तीसरे की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। दोनों शहीद युवकों की पहचान संजीव सिंह पुत्र चंचल सिंह निवासी संगवाली मंडी और सन्नी पाधा पुत्र खेमराज पाधा के रूप में हुई है। करीब एक दर्जन घायल आंदोलनकारियों को जिला अस्पताल सांबा में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। घायलों में प्रभु दयाल, बलवान सिंह, सन्नी, सुनील कुमार, संदीप सिंह, अमित सेठी, रविंद्र कुमार व बलवान सिंह शामिल हैं। अंधाधुंध गोलीबारी में दो युवकों के शहीद हो जाने से सांबा में स्थिति फिर विस्फोटक हो गई है। देशभक्ति के जुनून में डूबे युवा कुछ भी कर गुजरने पर उतारू हो गए हैं। पुलिस फायरिंग में दो युवकों के शहीद हो जाने से भड़के प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित नए बस अड्डे पर खड़ी बस में तोड़फोड़ करने के बाद उसमें आग लगा दी। बस दिल्ली की ओर जा रही थी। प्रदर्शनकारी एसएसपी सांबा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार बस में आग लगाए जाने के समय कोई सवारी नहीं बैठी हुई थी। गोलीबारी से सांबा में पुलिस के खिलाफ गुस्सा फिर बढ़ता जा रहा है।
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#59
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This Hindu girl is however undeterred by Police force.
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#60
<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080805/09/jmudineshbharti-1_1217908583_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

Dinesh Bharati of Shadadarshana Sadhu Samaj Jammu has been kept under detention at unknown location. He is charged with inciting the villagers of Jammu.

<img src='http://l.yimg.com/ki/epaper/jagran/20080805/09/jmu4jkcd02-c-3-1_1217908584_m.jpg' border='0' alt='user posted image' />

Prof Bhim Singh of Panthers Party on Strike in Jammu.
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